Tuesday, October 13, 2020

जीना इसी का नाम है

 साइकल रिपेयर वाला 

आज मैं आपको मिलवाने जा रहा हूं साइकिल के टायर में पंचर लगाने वाले से। मेरे  स्कूटर का टायर पंचर हुआ था मैं उसके पास  गया।
पहले भी दो बार उसके पास में बैठा था मुझे अच्छा लगता है उससे बात करके। उसके चेहरे पर सकून देखकर मुझे भी सकून मिलता है।

आज उससे बात हुई थी तो मैंने उसको अपने मोबाइल पर दिखाया कि ऐसे लोगों के बारे में लिखता रहता हूंँ जो कि हमें प्रेरित करते हैं कि जीवन की कठिन से कठिन परिस्थितियाँ उनके चेहरे की मुस्कुराहट नहीं छीन पाती।
 उसने बताया कि उसने अपने बेटे को बोल रखा है कि उसकी दुकान पर जो कोई भी साइकिल की हवा भरवाने आए हैं कि उनसे पैसे ना मांगे। हाँ, अमीर लोगों से पैसे ज़रूर लेने हैं।
वो कह रहा वो ऐसा इसलिए करता है क्योकिं साईकिल वाले के पास 100 या 200 का नोट होताहै तो वो इधर ऊधर घूमता रहता है क्योंकि कोई भी दुकानदार छुट्टे पैसे के बिना हवा नहीं भरता । इससे वो आदमी अपने काम से देरी नहीं होता।

 वो बता रहा था कि सुबह एक आदमी जो साईकिल जा रहा था उसको कोई टक्कर मार कर चला गया और वो वह गिर गया। किसी ने उसको नहीं उठाया ,तो उसने उस आदमी को उठाया और ले जाकर उस दवा दारू की। उसे अपनी दुकान पर बैठाया । उसका साइकिल भी टूट गया था। चोट खाये आदमी ने कहा कि मैं आपको इस दवा के पैसे दे दूंगा। साईकिल  वाले ने कहा अगर तुम  मेरी दवाई के पैसे दोगे तो मैं  तुम्हें दवाई  नहीं दूँगा। उसने कहा कि उसका फ़र्ज़ है ।

वो बता रहा था आदमी का यही कर्म है कि वो दूसरों की मदद कर सके। 
मैंने उससे पूछा कि मैं उसकी तस्वीर खींचना चाहता हूँ तो उसने मना कर दिया।  उसका नाम है नारद। 

इस वक्त जब की दुनिया में हर तरफ निराशा ही निराशा है तो हम घरों से बाहर निकलते  हुए डर रहे हैं। ऐसे लोगों से मिलकर लगता है दुनिया में बहुत अच्छे लोग भी हैं।
वो अपने काम करने में इतना तल्लीन होते हैं उनको किसी भी बात की चिंता नहीं दिखती। वो बता रहा था मेरी दुकान पर लोग आते हैं  और राम राम कहकर जाते हैं,यही मेरा आशीर्वाद है।
मैं उसके चेहरे पर सहजता देख रहा था।

मैं लोगों को देखता हूँ चिंता में डूबे हुए जिनके चेहरे की मुस्कुराहट छिन गई है जिनके मन में परमात्मा का शुक्र है नहीं है तो ऐसे लोग मुझे परमात्मा मिला देता है जो पैसे के मामले में गरीब हैं पर दिल से बादशाह हैं। 

राज कपूर की फिल्म का गीत याद आ गया
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार 
किसीका दर्द मिल सके तो ले उधार
किसीके वास्ते हो तेरे दिल में प्यार 
जीना इसी का नाम है
 किसी की ... 
माना अपनी जेब से फ़कीर हैं 
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
मिटे जो प्यार के लिये वो ज़िन्दगी
जले बहार के लिये वो ज़िन्दगी
किसी को हो न हो हमें तो ऐतबार 
जीना इसी का नाम है

रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का 
के मर के भी किसी को याद आयेंगे
किसी के आँसुओं में मुस्कुरायेंगे 
कहेगा फूल हर कली से बार बार
जीना इसी का नाम है



 पंचर  लगाते के बाद उसका बेटा बोला स्कूटर को सुलाना पड़ेगा।  मैं ने कहा समझा नहीं । तो वो बोला स्कूटर को लिटाना पड़ेगा। 😄😄

 थोड़ी ही देर में पंचर लग गया। पैसे देकर वापिस
 आ गया। 
आप भी इर्द गिर्द देखें दुनिया ऐसे लोगों से भरी हुई है, तभी तो इतनी खूबसूरत है।

फिर मिलेंगे।

आपका अपना
रजनीश जस
रुद्रपुर, उत्तराखंड
निवासी पुरहीरां, होशियारपुर 
पंजाब
13.10.2020

8 comments:

  1. बहुत बढ़िया लिखा है ।
    जिंदगी जिंदादिली का नाम है ।

    ReplyDelete
  2. सच में इस वक्त सकारात्मक्ता की बहुत जरुरत है....इन इंसानो की जिंदादिली से ही मानवता में भरोसा है....बहुत प्रेरक व्यक्ति

    ReplyDelete