रविवार है तो फुर्सत, साइकिलिंग,दोस्त, किस्से कहानियां। राखी का त्योहार है तो आज सारे दोस्त कहीं व्यस्त थे तो मैं अकेला ही निकला। चाय के अड्डे पर रौनक थी। मैं आगे बढ़ गयाऔर फोटोग्राफी की।
रास्ते में 2 लोग सैर कर रहे थे।
उनमे से एक ने पूछा, क्या हाल-चाल है?
मैनें कहा, ठीक है।
जब पास पहुंचा तो उन्होंने कहा कि उन्हें गल्तफहमी हो गयी थी वह मुझे अपना दोस्त समझे थे।अपने साथ वाले से बोले, चलो कोई बात नहीं , इसी बहाने एक नये बंदे से बात हो गयी।
मेरा नाम उन्होनें पूछा, मैनें उनका।
वह एक डेंटिस्ट थे।
मैं साईकिल चलाते चलाते उन बातें करने लगा। कुछ देर बाद वह अपनी राह पर मुड़ गये।
मुझे आनंद फिल्म का सीन याद आ गया। जिसमें राजेश खन्ना , जॉनी वॉकर को आवाज़ देते है।
ए मुरारी!
जॉनी वॉकर मुड़ते है मुस्कुराते है।
राजेश खन्ना कहते है, याद है तुमने मुझे कुतुब मीनार में मुझे बीयर आऊट कर दिया था।
अमिताभ बच्चन के साथ एक आदमी और था, वह हैरानी से पूछता है, क्या?
अमिताभ बच्चन कहते हैं यह इसका रोज़ का काम है।
जब है राजेश खन्ना वापिस आते हैं तो अमिताभ बच्चन पूछते हैं?
तो राजेश खन्ना बताते हैं, उस आदमी के शरीर से एक वाइब्रेशन निकली, मैंने उसे पकड़ा, बात की, वह भी मुस्कुराया, मैंने भी मुस्कुराया, उसके बाद वह अपनी राह मैं अपनी।
इसी बहाने एक आदमी को खुशी मिली और क्या चाहिए।
रास्ते में एक कच्ची कुटिया दिखाई दी। वँहा एक बज़ुर्ग आदमी बैठे थे। मैंने उनका नाम पूछा। अपने नाम बताया और अपना धर्म भी।
मैंने कहा हम सब इंसान हैं, धर्म की बात आप मत कीजिए।
मैं रास्ते से वापस आ रहा तो देखा, एक जोगी जैसा आदमी जा रहा था। मुझे याद आ गया,
पंजाबी मे कहते हैं,
"जोगी चलदे भले
दुनिया वस्दी भली"
फिर मिलेंगे एक नये किस्से के साथ।
आपका अपना
रजनीश जस
रुद्रपुर ,उत्तराखंड
निवासी पुरहीरां, होशियारपुर,
पंजाब
22.08.2021
#rudarpur_cycling_club
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