मध्य प्रदेश में ऐसा स्कूल यहां बच्चे दोनों हाथों से लिखते हैं । स्कूल के प्रिंसिपल वी पी शर्मा, जो कि फौज से रिटायर हैं। स्कूल का नाम " वीणा वादिनी स्कूल "। Budhela, Distt Singrauli ।
न्यूरोलोजिस्ट ने बताया कि उनके दोनों दिमाग चलते हैं। जैसे कि हमारे ब्रेन के दो हिस्से होते हैं , एक राइट और एक लेफ्ट ब्रेन। दिमाग का दायाँ हिस्सा शरीर के बाएं हिस्से को कंट्रोल करता है। दिमाग का बायां हिस्सा शरीर के दाएं हिस्से को कंट्रोल करता है ।बायाँ दिमाग : तर्क, मैथ को कंट्रोल करता है।
न्यूरोलोजिस्ट ने बताया कि उनके दोनों दिमाग चलते हैं। जैसे कि हमारे ब्रेन के दो हिस्से होते हैं , एक राइट और एक लेफ्ट ब्रेन। दिमाग का दायाँ हिस्सा शरीर के बाएं हिस्से को कंट्रोल करता है। दिमाग का बायां हिस्सा शरीर के दाएं हिस्से को कंट्रोल करता है ।बायाँ दिमाग : तर्क, मैथ को कंट्रोल करता है।
बाएँ हाथ से लिखने वाले को डाँट कर, दाएँ हाथ से लिखन पर मजबूर किया जाता है , क्योंकि ये बच्चे चले चलाए रास्तों पर नहीं चलते , ये विद्रोही होते हैं।
आमतौर पर हमारे दिमाग का बायां हिस्सा ही चलता है क्योंकि ये जीवन यापन के लिए काफी है ।
दायाँ दिमांग कविता, कला लेखन को।
आमतौर पर हमारे दिमाग का बायां हिस्सा ही चलता है क्योंकि ये जीवन यापन के लिए काफी है ।
दायाँ दिमांग कविता, कला लेखन को।
दाएँ दिमाग में सृजनात्मकता होती है। इस में नक्काशी, चित्रकारी, गीत,कहानी, कविता का जन्म होता है।अगर आदमी के दोनों दिमाग काम करेंगे तो साइंस और सृजनात्मकता दोनों साथ साथ चलेंगे। साइंस और धर्म दोनों साथ साथ चलेंगे और इसी से ही इतने आदमी का उत्थान होगा।
इन बच्चों के दोनों दिमाग बराबर काम कर रहे हैं ।जिसके कारण इनका बौद्धिक विकास बहुत अच्छा हो रहा है। नेशनल ज्योग्राफिक चैनल पर में ओ माय गॉड इंडिया में यह देख रहा था यह बच्चे 3 घंटे के पेपर को डेड़ घंटे में कर लेते हैं। इसके लिए उनके टीचर उन्हें हर रोज़ योगा करवाते हैं। ये बच्चे 6 भाषाएँ जानते हैं। इसे Ambidextrous कहा जाता है ।
ऐसे स्कूल पूरे विश्व भर में खोलने के इरादा रखते हैं इनके प्रिंसिपल।
आज के लिए अलविदा ।
फिर मिलेंगे एक नए किस्से के साथ ।
रजनीश जस
रूद्रपर
उत्तरखंड
25.10.2018
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