Sunday, December 6, 2020

Chain Smoking, why

#People_have_No_hobbies 
 किसी कारण से हस्पताल में जाना हुआ।  एक औरत अपने पति के बारे में बता रही  उसके पति रिटायर हो गए है उन्हें कोई शौक नहीं है,  बस सिगरेट पीने के इलावा।  सारा दिन सिगरेट ही सिगरेट। सारे घर में धुँआ ही धुँआ।  उस औरत को भी एलर्जी हो गई। पहले आठ साल सिगरेट छोड़ दी,  पर अब वो दोबारा पीने लगे। कई दिन से शराब भी पी रहे थे।  अब एक दिन लगभग एक घंटा लगातार खांसी हुई तो वो कहने लगा मुझे बचा लो। तो वो उसे हस्पताल ले आए। बच्चे कहने लगे,  कुछ देर और रहने दो पिता जी को। वो औरत कहने लगी,  समाज में रहना है और वह मेरे पति हैं।
जो लोग बिना किसी शौक के जिंदगी जीते हैं वो  ऐसे ही करते हैं और जीवन खोे देते हैं। 
मैं ऐसे कई लोगोँ को जानता हूँ जिन्हें ये नही जानते कि  उन्हें क्या शौक है? 
कुछ दिनों पहले छह बार एवरेस्ट विजेता #lovraj जी से हुई वो बता रहे थे कि एवरेस्ट चढ़ते हुए एक अंग्रेज को सिगरेट की तलब लगी कहने लगा कि नीचे वापिस जाकर सिगरेट ले आता हूँ।  तब लवराज सिंह ने कहा यही परीक्षा है  अब अगर रूके तो संकल्प बनेगा। वो पीछे नहीं मुड़ा।  अगले साल उसने बताया वो सिगरेट छोड़ चुका है।
ओशो कहते हैं सिगरेट पीने पर जो उसके धुएँ से मुंह में जीभ के ऊपर तालुए में गर्मी मिलती है वो बिल्कुल वैसी ही है जैसे बचपन में मां के दूध से मिलती थी, वो सुख की अनुभूति आदमी ऐसे ढूंढने में जीवन खो देता है। 
जो बच्चे अपनी माँ का दूध नहीं पीते वो सिगरेट बहुत पीते हैं। यही कारण है पश्चिम में सिगरेट का बहुत चलन है।
अब तो लड़कियों में भी सिगरेट का शौक पैदा हो गया है,  क्योंकि वो भी आदमी की बराबरी की दौड़ में ये सब शुरू कर रही हैं।  शहरों में अकेलापन मिटाने के लिए डिस्को में ये सब हो रहा है।